
अहमदाबाद रेलवे मंडल
रेलवे के आगमन और यात्रियों एवम माल के लिए परिवहन के मुख्य साधन के रूप में इसके विकास के बाद, अहमदाबाद भी पश्चिमी क्षेत्र में रेलवे गतिविधि का केन्द्र बिन्दु बन गया है ।
गुजरात की वाणिज्यिक राजधानी अहमदाबाद में संभागीय मुख्यालय लंबे समय से गुजरात के लोगों, व्यापारियों, प्रेस और अन्य संस्थाओं की मांगों की सूची में प्रमुख स्थान पर रहा है । इस मांग के सुखद अंत के रूप में, नयेअहमदाबाद मंडल के गठन ने लाभार्थियों के लिए एक आकर्षक अवसर ही नहीं दिया है बल्कि देश के पश्चिमी क्षेत्र में सर्विस सेक्टर को मजबूत बनाने एवम गुजरात के औद्योगिक विकास की तेजी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।
अहमदाबाद मंडल का गठन अजमेर, राजकोट और वडोदरा मंडल के विभिन्न अनुभागों को लेकर किया गया है । इस नए विभाजन के लिए वडोदरा मंडल से 316 किलोमीटर,राजकोट मंडल से 610 किलोमीटर और अजमेर मंडल से 484 किलोमीटर का क्षेत्र लिया गया है । अहमदाबाद मंडल दक्षिण में गेरतपुर से उत्तर में पालनपुर एवम पश्चिम में नालिया से पूर्व में खेड्ब्रह्मा तक फैला हुआ है। मंडल गुजरात के 9 जिलों अर्थात् अहमदाबाद , गांधीनगर, पाटन, बनासकांठा, सुरेंद्रनगर, कच्छ, साबरकांठा, महेसाणा और राजकोट में सेवा प्रदान करता है।
विरामगाम - महेसाणा ( 64.65 किमी ) अनुभाग को दिसंबर 2004 में बीओटी योजना के तहत मिटरगेज लाइन से ब्रोड गेज लाइन में परिवर्तित कर दिया गया है।
वर्ष 2006-07 एवं 07-08 के दौरान मंडल के तीन अनुभागोंअर्थात् पालनपुर-गांधीधाम(300.81 किमी), साबरमती-खोडीयार (9.92 किमी) और गांधीनगर-कलोल (20.495 किमी) पर गेज परिवर्तनकिया गया एवम वर्ष 2008-09 के दौरान महेसाणा-पाटन अनुभग (39 किलोमीटर) पर गेज परिवर्तन किया गया है।
वर्ष 2010-11 के दौरान गांधीधाम-कंड्ला पोर्ट अनुभाग (11.87 किमी ) एवम गांधीधाम-आदिपुर अनुभाग (8.00 किमी )में लाइन के दोहरीकरण का कार्य पूरा किया गया है।
वर्तमान वर्ष मेंअहमदाबाद-हिम्मतनगर-उदयपुर अनुभाग ( 299.2 किमी ),न्यूभुज-नालिया अनुभाग (43.5 किमी ) एवम विस्तार नालिया सेवायोर ( 24.65km )और अहमदाबाद-बोटाद अनुभाग ( 170.48km ) के लिये गेजपरिवर्तन के कार्य को स्वीकृत किया गया है और निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। अहमदाबाद - वटवा अनुभाग (7.5 किमी) तीसरी लाइन का कार्य स्वचालित सिगनल प्रणाली के साथ, पालनपुर–सामाखली अनुभाग (274.73 किमी) लाइन दोहरीकरण और एसबीआई 2 कोचिंग टर्मिनल का कार्य इस वर्ष मंजूर किये गये प्रमुख नए निर्माण कार्य हैं।