रतलाम मंडल
संगठनइतिहास सूचना का अधिकार(आरटीआई) मंडल का नक्शा धरोहर मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति
बिजनेस डेवलेपमेन्ट यूनिट
भारतीय रेल माल परिचालन सेवा
राजभाषा ई-पत्रिका विजयस्तंभ
सूचना सीएसआर

प.रे. रतलाम मंडल भारतीय रेलवे के मंडलीकरण योजना के तहत 15 अगस्त 1956 को अस्तित्व में आया। रतलाम मंडल 130 वर्षों पूराना रेल से जुड़ा होने का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। छोटी लाईन का प्रारंभ 1874 से हुआ जबकि बड़ी लाईन 1893 में अस्तित्व में आई।
रतलाम भारतीय रेलवे का बड़ी लाईन एवं छोटी लाईन का एक मेजर जंक्शन एवं रेल मंडल है।यह भारतीय रेलवे के पश्चिम जोन के अंतर्गत आता है।
रतलाम से चार बड़े शहरों मुम्बई,दिल्ली, अजमेर एवं खंडवा के लिए लाईनें हैं ।
इस छेत्र की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति के विकास में रतलाम मंडल का सराहनीय योगदान है जो कि उपयोगी वस्तुओं का आयात निर्यात करता है जैसे कि सीमेन्ट, क्लिंकर, राक फास्फेट, कास्टिक सोडा, सोयाबीन, खली आदि का लदान विभिन्न स्थलों से होता है।
रूट /ट्रेक किमी
| बड़ी लाइन
| छोटी लाइन
|
रूट किमी
| 994.432 | 79.5* |
| 1957.549$ | 89.50**
|
*16.68 Route KM under G.C. of OM-NKR & 4.48 Route km under GC of KNW Cabin – KNW Section. ( Existing DADN-OM of 58.34 Route km) **24.16 Track KM under G.C. of SWD-NKR & KNW Cabin – KNW Section and BG SECTION Electrified Route KM 985.66 Balance is RAU-TIHI only of 8.77 Electrified Track KM 1947.295 Balance is RAU-TIHI only of 10.254 track km. 4 **24.16 Track KM under G.C. of SWD-NKR & KNW Cabin – KNW Section and 65.34 track km running from DADN-OM. $ Includes loop line. Main line is 1514.934 km
| बड़ी लाइन
| खंड
|
विद्युतीकृत रूट किमी
| 985.66 | गोधरा-नागदा -भोपाल,उज्जैन-डा अम्बेडकर नगर ,देवास-मक्सी, रतलाम -चित्तोड़गढ, रतलाम-लक्ष्मीबाईनगर,निमाड़खे़डी-खण्डवा |
विद्युतीकृत ट्रेक किमी
| 1947.295 | गोधरा-नागदा -भोपाल,उज्जैन-डा अम्बेडकर नगर ,देवास-मक्सी,रतलाम -चित्तोड़गढ, रतलाम-लक्ष्मीबाईनगर, निमाड़खेड़ी-खण्डवा |
राज्य/ जिले (शामिल)राज्य का नाम
| मध्य प्रदेश
| राजस्थान
| गुजरात
|
शामिल जिलों की संख्या
| 15 | 03 | 02 |
जिलों का नाम
| भोपाल देवास झाबुआ खंडवा
नीमच शाजापुर उज्जैन | बड़वानी इन्दौर खरगोन मंदसौर रतलाम सिहोर धार अलीराजपुर | चित्तोड़गढ़ बांसवाड़ा प्रतापगढ़ | दाहोद पंचमहल
|
ऐतिहासिक पर्यटन स्थल का महत्वशहर | रेल हे़ड
| ऐतिहासिक/धार्मिक महत्व के स्थल |
1. मांडू
| रतलाम (124 किमी) इन्दौर(98 किमी) | रानी रूपमती तथा मालवा के राजा जहाज महल, हिंडोला महल, होशंगाशाह का मकबरा, रूपमती पैवेलियन के स्थल— |
2. औंकारेश्वर | औंकारेश्वर (8 ¢ˆÅŸ¸ú) | हिन्दू तीर्थ स्थल, द्वादश ज्योर्तिलिंगो में से एक नर्मदा नदी के तट पर ममलेश्वर,नर्मदा एवं कावेरी नदियों के संगम पर पवित्र घाट— |
3. उज्जैन | उज्जैन
| द्वादश ज्योर्तिलिंगो में से एक महाकालेश्वर, सप्त पुरियों के पवित्र शहरों में से एक तथा कुंभ मेला के लिए पुण्य स्थल — |
4. चित्तोड़गढ़ | चित्तोड़गढ़ (8 किमी) | किला एवं राणा कुंभा का महल एवं उनकी भूमिगत कोषालय, विजय स्तंभ एवं मंदिर इत्यादि— |
5. इन्दौर | इन्दौर | मध्यप्रदेश का व्यापारिक केन्द्र |
6. डाॅ. अम्बे़डकर नगर
| डाॅ. अम्बे़डकर नगर | युद्ध का मिलिट्री हैड क्वार्टर, बड़ी छावनी |
7. मंदसौर | मंदसौर | काठमांडू की तरह पशुपतिनाथ मंदिर के लिए प्रसिद्ध, अफीम एवं चाक के लिए प्रसिद्ध
|