अहमदाबाद रेलवे मंडल
अहमदाबाद रेल मंडल, भारतीय रेलवे के पश्चिम रेलवे जोन का एक महत्वपूर्ण भाग है।इसका गठन 1 अप्रैल 2003 को हुआ था, जब रेलवे प्रबंधन की दक्षता बढ़ाने और क्षेत्रीय संचालन को सुव्यवस्थित करने के लिए वडोदरा एवं राजकोट मंडल के कुछ क्षेत्र का पुनर्गठन अहमदाबाद मंडल के रूप में कियागया।अहमदाबादमंडल का मुख्यालय गुजरात के अहमदाबाद में स्थित है, और यह मंडल क्षेत्र के विभिन्न प्रमुख मार्गों और स्टेशनों का प्रबंधन करता है।वर्तमान में अहमदाबाद मंडल के अधीन लगभग 142 स्टेशन संचालित किए जा रहे हैं।
इस मंडल का गठन होने से पहले, अहमदाबाद और इसके आस-पास के क्षेत्रों में रेलवे सेवाएँ लंबे समय से चल रही थीं। 19वीं सदी में ही अहमदाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन की स्थापना (20 जनवरी 1863 के आसपास) हो चुकी थी। इस विकासक्रम में, आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे नेटवर्क का विस्तार हुआ, जिससे गुजरात के विभिन्न हिस्सों में बेहतर संपर्क स्थापित हुआ।
अहमदाबाद मंडल का गठन अजमेर, राजकोट एवं वडोदरा मंडल के विभिन्न सेक्शनों को मिलाकर किया गया है । इस नए मंडल के वडोदरा मंडल से 316 कि.मी., राजकोट मंडल स 610 कि.मी. और अजमेर मंडल से 484 कि.मी. का सेक्शन लिया गया है । अहमदाबाद मंडल पश्चिम में नलिया, पूर्व में खेडब्रहमा, उत्तर में पालनपुर एवं दक्षिण में गैरतपुर तक फैला हुआ है । यह मंडल कुल 9 जिलों अर्थात् अहमदाबाद, गांधीनगर, पाटन, बनासकांठा, सुरेंद्रनगर, कच्छ, साबरकांठा, मेहसाना और राजकोट के लिए अपनी सेवा प्रदान करता है ।
पुनर्गठन के पश्चात्, अहमदाबाद रेल मंडल ने अपने क्षेत्र में सेवाओं को और अधिक आधुनिक बनाने तथा यात्रियों और माल परिवहन की बढ़ती मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मंडल ने माल परिवहन के क्षेत्र में नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। अमृत भारत स्टेशन परियोजना के अंतर्गत मंडल के कई स्टेशनों के नवीनीकरण का कार्य जारी है। अहमदाबाद रेल मंडल डेडिकेटेड फ्रैट कोरिडोर, रेलवे भर्ती बोर्ड, रेल विकास निगम लिमिटेड, गतिशक्ति परियोजना कार्यालय आदि के साथ कुशल समन्वय करते हुए प्रगति की ओर निरंतर अग्रसर है।